हर एक को किसी न किसी चींज की तलाश होती है मुझे भी है हर एक को किसी न किसी चींज की तलाश होती है मुझे भी है
इर्ष्या की भावना को कभी खुद में जगने नहीं दिया, कभी इस भावना तक अपने आप को पहुँचने ना इर्ष्या की भावना को कभी खुद में जगने नहीं दिया, कभी इस भावना तक अपने आप को प...
भेद- भाव की भावना को दूर भागते हैं चलो मिलकर होली मानते हैं। भेद- भाव की भावना को दूर भागते हैं चलो मिलकर होली मानते हैं।
सतत निरंतर करें, बचत तो हो धन अक्षय सतत निरंतर करें, बचत तो हो धन अक्षय
सुरक्षा की खातिर मानसिक स्वतंत्रता के खातिर। सुरक्षा की खातिर मानसिक स्वतंत्रता के खातिर।
जमा पूंजी है मूल आधार बचत है भविष्य का सार. जमा पूंजी है मूल आधार बचत है भविष्य का सार.